Menu

Drop Down MenusCSS Drop Down MenuPure CSS Dropdown Menu

2 May 2021

महत्वपूर्ण खेल व पुरस्कार(हिमाचल प्रदेश)

           

                                  पुरस्कार


1. परशुराम पुरस्कार- हिमाचल प्रदेश का सर्वोच्च खेल सम्मान परशुराम पुरस्कार है। इस पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र, परशुराम की प्रतिमा और नकद पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

2. अर्जुन पुरस्कार-हिमाचल प्रदेश के कई खिलाड़ी अब तक अर्जुन पुरस्कार प्राप्त चुके हैं।

  • सुमन रावत (एथलीट) को 1987 में अर्जुन पुरस्कार मिला। वह प्रदेश पहली महिला खिलाड़ी हैं, जिन्हें यह पुरस्कार मिला है। 
  • चरणजीत सिंह 1964 के हाकी टीम के कप्तान को अर्जुन पुरस्कार मिल चुका है। 
  • शमशेर जंग निशोनबाज और सीता गोसाईं (महिला हॉकी की पूर्व कप्तान) को अब तक अर्जुन पुरस्कार मिल चुका है। 
  • विजय कुमार को 2007 में अर्जुन पुरस्कार प्राप्त हुआ।


3. राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार-हमीरपुर के बड़सर में जन्मे (19 अगस्त, 1985) विजय कुमार भारत का

सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले और एकमात्र हिमाचली हैं। उन्होंने यह पुरस्कार 2011-12 वर्ष के लिए जीता। लंदन ओलम्पिक के 25 मी. Rapid fire pistol में उन्होंने रजत पदक जीता।व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलम्पिक पदक जीतने वाले वह पहले और एकमात्र हिमाचली हैं।



महत्वपूर्ण खेल:

1. हैंग ग्लाईडिंग-कांगड़ा की बिलिंग घाटी हैंग ग्लाईडिंग के लिए विश्व विख्यात है। यहाँ पर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की हैंग ग्लाईडिंग, प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।

2. गोल्फ कोर्स-शिमला के नजदीक नालदेहरा और सोलन के चायल में गोल्र्फ कोर्स हैं।

3. रोलर स्केटिंग और स्कीइंग-शिमला, मनाली और डलहौजी में रोलर स्केटिंग का आनंद लिया जा सकता है। कुफरी, नारकंडा, सोलग नाला में स्कीइंग की जाती है।

4. क्रिकेट- विश्व की सबसे ऊँचाई पर स्थित क्रिकेट पिच चायल में स्थित है। यहाँ की ऊँचाई समुद्रतल से 2445 मीटर है। यह मैदान 1894 में बनाया गया था।हिमाचल प्रदेश की क्रिकेट टीम 1985 से रणजी ट्राफी क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग ले रही है। पंजाब, रणजी टीम के ध्रुव पांडे हिमाचली रणजी टीम के विरुद्ध खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी थे। वह केवल 13 वर्ष के थे। बिलासपुर के तिलकराज के एक ओवर में रवि शास्त्री ने 6 छक्के लगाकर विश्व कीर्तिमान बनाया। तिलकराज तब बड़ौदा की टीम से खेल रहे थे। राजीव नैयर को परशुराम पुरस्कार मिल चुका है। वह चम्बा जिले में संबंधित क्रिकेट खिलाड़ी हैं।

5. फुटबॉल-देश का प्रथम फुटबॉल टूनामेंट डूरण्ड कप 1888 ई. में शिमला के अन्नाडेल मैदान में खेला गया। यह प्रतियोगिता एशिया की प्राचीनतम व विश्व की दूसरी पुरानी प्रतियोगिता है। इस प्रतियोगिता को सर डूरन्ड मोटिमर ने शुरू किया। यह प्रतियोगिता 1940 तक शिमला में आयोजित की जाती थी। भूपिंदर रावत ने 1968-69 में फुटबाल में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है।

6. हॉकी-प्रदेश के 2 खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी व अर्जुन पुरस्कार जीत चुके हैं। यह है चौधरी चरणजीत सिंह और सीता गोसाईं । विद्या स्टोक्स 2 बार भारतीय महिला हॉकी संघ की अध्यक्ष रह चुकी हैं। शिलारु (शिमला) में भारत का सबसे ऊँचा हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान है।

7. निशानेबाजी-शमरेश जंग ने राष्ट्रमण्डल खेलों में देश के लिए निशानेबाजी में स्वर्ण और रजत पदक जीते। उन्होंने यह कारनामा 2002 के मैनचेस्टर और 2006 के मेलबोर्न राष्ट्रमण्डल खेलों में किया। उन्हें अर्जुन पुरस्कार भी मिला है। शमरेश जंग सिरमौर जिले से संबंधित हैं। विजय कुमार ने निशानेबाजी में दिल्ली 2010 राष्ट्रमण्डल खेलों में 3 स्वर्ण पदक जीते। वह हमीरपुर से है। उन्होंने 2012 लंदन ओलम्पिक में रजत पदक भी जीता है। उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 2012 में मिला है।

खेल से सम्बन्धित खिलाड़ी

1. वालीबाल-चमन सिंह (परशुराम पुरस्कार से सम्मानित), कला राणा, सुरजीत, देवराज शर्मा।

2. जिम्नास्टिक-अनन्तराम (परशुराम पुरस्कार से सम्मानित)।

3. बॉक्सिंग-भगत ठाकुर, वीरेन्द्र (परशुराम पुरस्कार से सम्मानित)।

4. पैराग्लाइडिंग-रामलाल ठाकुर, प्रियंका अवस्थी, अतुल शर्मा।

5. तीरंदाजी-स्कालजंग दोरजी (परशुराम पुरस्कार विजेता)

6. एथलीट-सुमन रावत

7. स्कीइंग-कुमारी उमा (परशुराम विजेता)

8. निशानेबाजशमरेश जंग, विजय कुमार


एवरेस्ट शिखर पर चढ़ने वाले हिमाचली

1. सुनील शर्मा

2. प्रेम सिंह

3. बलदेव शर्मा

4. राधा देवी

5. राजीव शर्मा 

6. दीपू शर्मा

7. डिक्की डोलमा।

8. बाइकिंग भानू

बाइकिंग भानू एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले डॉक्टर हैं। यह लाहौल स्पीति क्षेत्र से संबंधित हैं।

डिक्की डोलमा हिमाचल प्रदेश की एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की महिला पर्वतारोही हैं।

अन्य:

1. खेल छात्रावास- बिलासपुर में SAI का खेल छात्रावास है।

2. खेल परिसर-शिमला में इंदिरा गांधी खेल परिसर है। यहाँ बैडमिंटन, टेबल टेनिस, बॉक्सिंग जूडो, कुश्ती की स्पर्धाएं होती हैं।

3. आइस स्केटिंग रिंग-शिमला के लक्कड़ बाजार में आइस स्केटिंग रिंग है, जिसे ब्लैसिंगटन कोर्ट के नाम से जाना जाता है। यह विश्व का प्राचीनतम प्रयोग में लाया जाने वाला रिंग है। इसे 1920 में ब्लैसिंगटन ने बनाया था।

4. राष्ट्रीय शीतकालीन खेल-मनाली के समीप सोलंग नाला में अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग प्रतियोगिता के अलावा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों का आयोजन किया जाता है।

5. पर्वतारोहण संस्थान- मनाली में पर्वतारोहण संस्थान है। इसकी स्थापना 19 सितम्बर 1961 में की गई थी। हरनाम सिंह इसके प्रथम निदेशक थे।

6. प्रदेश का प्रथम स्कीइंग व जल क्रीड़ा क्लब कुफरी में 1954 में बनाया गया था।


महत्वपूर्ण खिलाड़ी:-

1. स्कालजंग दोरजी-ओलंपियन तीरंदाज लाहौल स्पीति से संबंधित हैं। 1991 में परशुराम पुरस्कार प्रदान किया गया है।

2. सुमन रावत-सुन्दर नगर की इस एथलीट को 1987 में अर्जुन पुरस्कार और परशुराम पुरस्कार प्रदान किया गया।

3. कुमारी उमा- कुल्लू की इस स्कीइंग खिलाड़ी को 1997 में परशुराम पुरस्कार प्रदान किया।

4. राजीव नैयर-चम्बा के इस क्रिकेट खिलाड़ी को 1997 में परशुराम पुरस्कार मिला।1999 में राजीव नैयार ने जम्मू कश्मीर के विरुद्ध रणजी मैच में 1017 मिनट तक क्रीज पर रहकर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में विश्व कीर्तिमान बनाया। उन्होंने इस पारी में 271 रन बनाए।

5. सीता गोसाई-सीता गोसाईं भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तानी कर चुकी हैं। उन्हें अर्जुन पुरस्कार मिल चुका है। वह नाहन की निवासी हैं।

6. चरणजीत सिंह-चरणजीत सिंह को अर्जुन पुरस्कार व पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह 1964 के टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान थे।

7. शमरेश जंग-सिरमौर के निवासी शमरेश जंग को अर्जुन पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने  2002 के मैनेचस्टर राष्ट्रमण्डल खेलों में स्वर्ण और रजत पदक जीता है।

8. विजय कुमार-लंदन ओलम्पिक में रजत पदक जीत कर इन्होंने 2012 में राजीव गांधी खेल रल पुरस्कार प्राप्त किया। इन्हें 2007 में अर्जुन पुरस्कार भी मिल चुका है। हमीरपुर के निवासी ने यह उपलब्धि शूटिंग में प्राप्त की है।

9. शिव केशवन-मनाली के शिव केशवन ने 4 बार विंटर ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने ल्यूग में नगानों जापान में एशियाई रिकार्ड तोड़ा और 2012 में स्वर्ण पदक जीता है।

10. प्रियंका नेगी-शिलाई (सिरमौर) की प्रियंका नेगी विश्व कप महिला कबड्डी 2012 जीतने वाली टीम का हिस्सा रही है।


No comments:

Post a Comment

Do leave your comment.